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स्वाति मालीवाल केस: जबरदस्ती घुसी CM आवास में - हुई मारपीट
दिल्ली CM आवास 13 मई 2024 पर हुवे स्वाति मालीवाल पर मारपीट की घटना पर अब पुलिस की भी एंट्री हो चुकी है, और स्वाति मालीवाल के अनुसार दिल्ली के CM के PA विभव कुमार ने उनके साथ मारपीट की थी, और स्वाति ने इसकी रिपोर्ट पुलिस में की थी, दिल्ली पुलिस ने आज केजरीवाल के PA विभव को गिरफ्तार भी कर लिया है.
विभव का कहना है की उसने स्वाति के साथ कोई मारपीट नहीं की बल्कि स्वाति मालीवाल खुद जबरदस्ती बिना CM से मिलने का अपॉइंटमेंट लिए CM आवास पहुंची और जबरदस्ती CM आवास में घुसी, विभव के अनुसार उसने सिर्फ उसे अंदर जाने से रोका क्योकि स्वाति सिक्योरिटी गार्ड्स के साथ बहस कर रही थी और कह रही थी तुम्हारी नौकरी खा जाउंगी।
अब तक CM आवास से दो CCTV फुटेज सामने आ चुके हैं, स्वाति का मेडिकल भी हो चूका है और उसकी रिपोर्ट भी आ चुकी है, जिसमें उसके चेहरे पर चोट के हलके निशान हैं किन्तु ये निशान धक्का मुक्की के भी हो सकते हैं. स्वाति को कोई भी गहरी चोट नहीं है.
अब ये घटना अचानक गुस्सा आने से हुई या इसके पीछे कोई गहरी साजिस है जांच का विषय है, अब पुलिस के पास केस पहुँच गया है, पुलिस इसमें क्या एक्शन लेती है और जाँच कितनी फेयर होती है या दबाव में एकतरफा जाँच बन जाती है ?
अब दूसरा बड़ा सवाल ये है, पहले से मिलने की बात क्यों नहीं की गई, एक राजयसभा सदस्य को इतना तो पता ही होता है की कैसे मिला जाता है. स्वाति को ऐसी कोन सी बात करनी थी की सिक्योरिटी गॉर्ड के साथ बहस और धक्का मुक्की की नौबत आ गई.
क्या स्वाति मालीवाल मानसिक रोगी है ? और इसका फायदा अब बीजेपी उठा रही है. या विभव कुमार को इतना गुस्सा क्यों आया की स्वाति मालीवाल को कूट दिया
आसमान से बरस रही आग: दिल्ली के मौसम के हर साल के आकड़ों को देखें तो हर साल तापमान बढ़ रहा है. 2016 के बाद से लगातार बढता ग्राफ चिंता का विषय बनता जा रहा है क्योकि हर तरफ हो रहे सीमेंट कंस्ट्रक्शन और कटते हुवे पेड़ों के साथ बढ़ती जनसख्या और ट्रेफिक की बढ़ती भीड़ भी जिम्मेदार है
2017----37 'C, 2018----42 'C, 2019----37 'C, 2020----40.5 'C,
2021----37.8 'C, 2022----41.1 'C, 2023----41.1 'C, 2024 ----43 'C
मोदी की जीत बिना गड़बड़ी मुश्किल : प्रियंका गाँधी
रायबरेली और अमेठी से धुआँधार प्रचार के दौरान प्रियंका गाँधी ने कहा मोदी जी अब बार बार रो के दिखाएंगे, ड्रामा करेंगे, क्योंकि वो हार के निकट हैं और बिना गड़बड़ी किये किसी भी कीमत पर ये चुनाव नहीं जीत सकते।
प्रियंका आगे बोली वि राइबरेली तो हार ही रहे हैं अमेठी भी हार रहे हैं इसलिए बीजेपी के सभी नेता अब तिकड़म लगाने में लगे हैं की कैसे हेरा फेरी की जाय. अब तो 400 पार का नारा भी भूल गए शायद।
बद्रीधाम कपाट खुले: खुलते ही आयी लोगों की बाढ़
एक ही दिन में 20 हजार से भी ज्यादा लोग श्रद्धालु पहुंचे मंदिर, किये दर्शन, और इसी के साथ पहाड़ों पर चार धाम की यात्रा से विख्यात धार्मिक पर्यटन शुरू हो गया. किन्तु कुछ बातें हैं जो सोचने लायक हैं.
यमनोत्री जानेवाले श्रद्धालुओं की भीड़ देख कर डर लगता है की हर साल की तरह कोई अप्रिय घटना भीड़ के कारण न हो जाय.
पुलिस प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं की एक दिन में जरूरत से ज्यादा लोगो को आगे न जाने दिया जाय, क्योकि ज्यादा लोगो का मतलब भीड़ होता है जो किसी भी नियम कानून को नहीं मानती इसलिए पुलिस प्रशासन भी अब एहतियात बरत रहा है ताकी भीड़ कितना भी हो हल्ला करे उन्हें छोटे छोटे समूहों में ही आगे जाने दिया जाय.
एक तो आबादी से दबता भारत उसके साथ उत्तर भारत में गर्मी का मौसम ऊपर से धार्मिक पर्यटन, फिर पहाड़ों में मौसम का मजा लेने वालों का हुजूम के हुजूम उत्तराखंड के पहाड़ों में पहुँच रहे लोग, ऐसा लग रहा है जैसे सभी लोग पहाड़ों पर एकसाथ पहुँच गए, और ऐसा लगा ये कहाँ आ गए हम, हर जगह भीड़ ही भीड़, लोगों के सर ही सर, रोड़ पर जाम, होटल भरे हुवे, कहीं पर भी एकांत नहीं, प्राकृतिक आनंद लेने पहुंचे लोगों को ऐसा लगा होगा शहर की भीड़ भाड़ से दूर जायेंगे, पर भीड़ है की पीछा नहीं छोड़ रही, सरकारों को भारत की जनसँख्या को काबू में करने के लिए कुछ तो करना चाहिए, नहीं तो पहाड़ों में भी एक हद तक इतनी भीड़ झेलने की क्षमता नहीं, कि लाखों लोगों का बोझ सह सके. प्रकृति से खिलवाड़ तो हम पहले से ही बहुत कर चुके।
केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से राहत: मिली जमानत
सुप्रीम कोर्ट ने आज केजरीवाल को एक जून तक के लिए अंतरिम जमानत दे दी है. केजरीवाल को 2 जून को सरेंडर करना होगा. अरविंद केजरीवाल प्रचार के लिए जेल से बाहर आएंगे. वहीं ईडी ने अंतरिम बेल का विरोध किया और केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी को घेरने का पूरा प्लान कर तैयार किया था. ईडी केजरीवाल को ही शराब घोटाले का मुख्य किरदार बता रही थी.
अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत मिलने के बाद आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में होने वाली सभी चुनावी सभाएं रद्द कर दी हैं, और अब पार्टी उनकी रिहाई के बाद नई चुनाव प्रचार योजना बनाएगी और जल्द ही इसका ऐलान भी किया जाएगा.अरविन्द केजरीवाल को कब तक तिहाड़ से छोड़ा जाएगा ?
अडानी अम्बानी पर नोटों से भरे टेम्पो:
"अडानी अम्बानी कांग्रेस को नोटों से भरे टेम्पों भेज रहे" कह कर फंसें मोदी और बीजेपी को आज सांप सूंघ गया, मोदी जी ने इतनी बड़ी बात कह दी और बीजेपी के एक भी नेता ने हर बार की तरह बीन-ढोल नहीं बजाया, आश्चर्य है एक भी नेता ने अडानी अम्बानी और राहुल को एक भी शब्द क्यों नहीं बोलै,
जबकि मोदी जी ने तो इतना बड़ा आरोप लगाया था की कांग्रेस ने अडानी अम्बानी से कितना माल बनाया है वो भी टेम्पो भर भर के. न तो कोई पत्रकार ने इस विषय कुछ बोला न बीजेपी के छुटभैया नेता ढोल की तरह बजे.
आज मोदी जी का चुप रहना, कहीं उनके मुँह से निकले झूठ या सच पर अब पछताने का रहा की, मैंने क्या बोल दिया और क्यों बोला, वैसे अमित शाह अब मोदी के मुँह से निकले सच या झूठ से बने तूफान को थामने की भरसक कोशिस की और इंडिया बनाम NDA गठबंधन से हटा कर, ये चुनाव राहुल बनाम मोदी करने में जोर देते नजर आये. ताकि लोग मोदी के बयान को भूल सकें,और उनका ध्यान भटकाने की कोशिस की, साथ ही अंदर ही अंदर सोच रहे होंगे की ये क्या बोल रहे हैं, शायद डर गए हैं या मानसिक संतुलन खो दिया है.
अडानी अम्बानी ने नोटों से भरे टेम्पों भेजे: मोदी
आज अडानी अम्बानी पर बोलते हुए प्रधान मंत्री मोदी ( करीम नगर तेलंगाना 8 मई 2024) बोले की शहजादे यानि राहुल को टारगेट करते हुए कहा "अडानी अम्बानी ने नोटों से भरे टेम्पो कांग्रेस को भेजे". ये बोल कर मोदी ने एक नया मुद्दा कांग्रेस के हाथ में दे दिया है या अडानी अम्बानी नोटों के टेम्पों भेजते हैं, कैसे पता ? क्या अडानी अम्बानी पहले बीजेपी को भी नोटों से भरे टेम्पों भेज रहे थे, या अम्बानी अडानी से मोदी जी का मन भर गया है जो उनसे पीछा छुड़ाना चाह रहे हैं.
कोई प्रधान मंत्री बिना जानकारी कुछ नहीं कहते, जरूर कोई तो इनफार्मेशन होगी, क्या अडानी अम्बानी भी समझ गए हैं की मोदी को ज्यादा ताकत देकर उन्होंने गलती कर दी है, और अब धीरे से कांग्रेस को मजबूती देने के लिए चुनाव में कांग्रेस की मदद कर रहे हैं जो मोदी को पसंद नहीं आ रहा।
प्रधान मंत्री मोदी के बयान से एक बात से सिद्द हो गयी की अडानी अम्बानी नोटों से भरे टेम्पों देते हैं, पर ये तो बीजेपी के सहयोगी हैं, तो जरूर बीजेपी को मदद करते होंगें, फिर अचानक अडानी अम्बानी को ले कर इतने परेशान क्यों हैं, क्या अडानी अम्बानी भी मोदी से नाराज चल रहे हैं.
चुनाव में डरा हुआ कौन बीजेपी या कोई और ?
राहुल की बढ़ती हुई लोकप्रियता को कम करने के लिए बीजेपी देश के वोटरों में बीजेपी की जीत का रेकार्ड तोड़ भ्रम फैला कर कांग्रेस के लिए वोटरों का मनोबल तोड़ने की कोशिस में लगा है, जिससे देश के अधिकतर वोटर ये समझते रहे, की मोदी से बेहतर कोई नहीं।
अब अमेठी से चुनाव न लड़ना भी बीजेपी के लिए एक और मुद्दा बनेगा , राहुल को डरपोक भगोड़ा आदि बता कर बीजेपी इसका भी फायदा देने की कोशिस करेंगी
क्या राहुल गाँधी की बढ़ती लोकप्रियता बीजेपी के मनोबल को डगमगा रही ? क्या महगाई बेरोजगारी और देश के चंद लोगों की बढ़ती सम्पति मुद्दा नहीं ?
पश्चिम बंगाल से : क्या संदेसखाली में असली साजिशकर्ता भी बीजेपी के नेता शुभेंदु अधिकारी है ?
जिस तरह के वीडियो पश्चिम बंगाल से आ रहे हैं, उससे तो ये ही लगता है कि संदेशखाली का मुद्दा जानबूझकर बीजेपी की बंगाल यूनिट ने गढ़ा है और संदेशखाली की असलियत असल में वह नहीं है जो दिखाई जा रही है.
सोशल मीडिया स्टिंग में एक साजिशकर्ता बड़ी शान से संदेशखाली में हुए घटनाक्रम को एक एक करके बता रहा था की कैसे उन्होंने इसे अंजाम दिया, हम उस विडिओ को सच नहीं मान रहे, किन्तु जो कुछ विडिओ में दिख रहा है और जोकुछ साजिशकर्ता बता रहा था उससे तो ये ही लगरहा है की इतनी बड़ी घटना कैसे इतने दिन तक छिप गयी, क्योकी इस तरह की घटनाएं अधिक दिन तक छिपाई नहीं जा सकती, दाल में कुछ तो काला है या पूरी घटना जानबूझ कर बनाई गई , वहां कुछ होता तो पहले ही सामने आ जाता।
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने मंगलवार को Civil Services Exam- 2023 का रिजल्ट जारी कर दिया। 1016 कैंडिडेट्स में से इंडियन सिविल सर्विसेज, इंडियन पुलिस सर्विस (IPS) और इंडियन फॉरेन सर्विस (IFS) के लिए चुने गए हैं। 180 IAS और 200 IPS अफसर बनेंगे।लखनऊ के आदित्य श्रीवास्तव ऑल इंडिया रैंक 1, अनिमेष प्रधान रेंक 2 और अनन्या रेड्डी को 3 रैंक मिली है. इनमें से रेंक 1 आदित्य श्रीवास्तव पहले ही आईपीएस चुने जा चुके थे, किन्तु और अधिक ऊँचा रेंक लेने के लिए फिर से परीक्षा में बैठे थे और सफल भी हुवे। सफल होने वाले 2 और उम्मीदवार 4th रैंक के सिद्धार्थ कुमार और 5th रैंक की रूहानी भी आईपीएस हैं और ट्रेनिंग ले रहे थे.
केजरीवाल को अभी राहत नहीं:
दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने 21 मार्च से अरेस्ट केजरीवाल की जमानत याचिका को खारिज करते हुवे न्यायिक हिरासत 23 अप्रैल तक बढ़ा दी है .
सुप्रीम कोर्ट:केजरीवाल की जमानत याचिका सुप्रीम कोर्ट में 29 अप्रेल के बाद ही सूनी जाएगी।
आज रात भारतीय समय 9 बजकर 12 मिनट पर शुरू हो जायेगा 2024 का पहला पूर्ण सूर्यग्रहण, किन्तु इसको देखने के लिए आपको अमेरिका जाना पड़ेगा, क्योकी ये 5 घंटे के रिकॉर्ड समय तक रहेगा और यूनाइटेड स्टेट के वेस्ट कोस्ट से पुरे अमेरिका से होता हुआ कनाडा के पूर्वी क्षेत्रों न्यूफाउलैंड और लैब्रेडोर तक दिखेगा।
यह सूर्य ग्रहण 185 किलोमीटर छोड़ी पट्टी में जो चित्र में लाल रंग में दिख रही है पूर्ण और बाकी क्षेत्रों में आंशिक रूप से दिन के 11.07 AM से शुरू हो कर शाम 05.16 PM तक लगभग 5 घंटे तक देखा जा सकेगा।
कांग्रेस का चुनावी घोषणा पत्र: क्या हैं चिंताएं
कांग्रेस के घोषणा पत्र में कुछ मुख्य मुद्दों पर विशेष ध्यान दिया गया है, और ये मुद्दे भारत की लोकतांत्रिक प्रणाली और भारत के आम आदमी के अधिकरों की रक्षा के लिए भी अत्यंत जरूरी है.
इसमें जिन मुद्दों पर जोर दिया गया है वो हैं
- रोजगार ( क्योंकि भारत का 80% युवा बेरोजगार हैं तथा सरकार द्वारा गिनाये जा रहे कामों के बावजूद 80% जनता को मुफ्त 5kg आनाज देना क्यों पड़ रहा है ? क्या सरकार जानती है की भारत में गरीब और गरीब होता जा रहा है.)
- सामजिक न्याय
- लोकतांत्रिक मूल्यों पर ध्यान दिया जायेगा
- समाजिक वेलफेयर पर खर्च होने वाली राशि को बढ़ाने के साथ, खर्च होने वाली राशि को कमाने के और अधिक साधन ढूंढ़ने में जोर दिया जायेगा।
- EVM के साथ VV pad से निकलने वाली पर्ची की जाँच और गिनती को भी आधार बनाया जायेगा।
- चुनाव आयोग को फिर से सरकारों के दबाव से मुक्त और स्वतंत्र बनाया जायेगा। (मौजूदा मोदी सरकार ने चुनाव आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्तों के चुनाव में स्वतंत्रता खत्म करते हुए कमेटी में दो सीट रूलिंग पार्टी की एक सीट विपक्ष को देने से तथा विपक्ष की भूमिका सिर्फ खाना पूर्ती करने की बना दी है, क्योकि कमेटी के तीन सदस्य कुल होते हैं, इसलिए जो भी निर्णय लिए जा रहे हैं वे एक तरफ़ा किये जा रहे हैं.
- इलेक्टोरल बांड के सभी खतों को जांचा जायेगा व इसके अंतर्गत और इर्दगिर्द जो भी निर्णय लिए गए हैं उन्हें खोला जायेगा और फिर से जाँच होगी, जो भी दोषी होगा उस पर कार्यवाही की जाएगी।
- अग्निपथ स्कीम के द्वारा भर्ती को निरस्त किया जायेगा।
सात चरणों में होंगे मतदान: 04 जून को आएंगे नतीजे
चरण |
पहला |
दूसरा |
तीसरा |
चौथा |
पांचवा |
छठा |
सातवां |
सीटें |
102 |
89 |
94 |
96 |
49 |
57 |
57 |
राज्य |
21 |
13 |
12 |
10 |
8 |
7 |
8 |
नामांकन |
27-28मार्च |
4 अप्रैल |
19 अप्रैल |
25 अप्रैल |
3 मई |
6 मई |
14 मई |
मतदान |
19 अप्रेल |
26 अप्रेल |
7 मई |
13 मई |
20 मई |
25 मई |
1 जून |
लोक सभा चुनावों के साथ साथ चार राज्यों में विधान सभा के चुनाव भी होंगें